चुनाव हारने के बाद भी थरूर के पास जश्न मनाने की वजह, हाथ लगी ये उपलब्धि
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुकाबला हारने के बाद भी शशि थरूर के पास जश्न मनाने की वजह है. वह पार्टी के शीर्ष पद पर काबिज नहीं हो सके, वह अलग बात है लेकिन देखा जाए तो इस चुनाव ने उन्हें फायदा ही पहुंचाया है. इस चुनाव ने आने वाले वर्षों में कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए थरूर को कारण दे दिया है.
गांधी परिवार ने चुनाव में कोई आधिकारिक उम्मीदवार तो नहीं उतारा था लेकिन माना जाता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रति उसका झुकाव था. अशोक गहलोत समेत कई बड़े नेताओं ने खड़गे का खुलकर समर्थन किया था. वहीं, अध्यक्ष बनने की सूरत में महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलाव लाने की बात कहते रहे थरूर ने आम कार्यकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसे लेकर वह दावा भी करते रहे. राजनीतिक विशेषज्ञ पहले से खड़गे की जीत तय मान रहे थे और वही हुआ.
हारकर भी थरूर के नाम जुड़ गई उपलब्धि
बुधवार (19 अक्टूबर) को सामने आए कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे में खड़गे ने थरूर को भारी मतों के अंतर से हराया. खड़गे को 7,897 वोट मिले तो थरूर के हिस्से में केवल 1,072 वोट ही आए. इन वोटों ने थरूर की हार तो घोषित की, साथ ही कांग्रेस के पिछले 25 साल के पार्टी चुनाव के इतिहास में एक उपलब्धि उनके नाम दर्ज कर दी.