संतों का भेष में अपराधी प्रवृत्ति के लोग खुद संत उठा रहे हैं, आवाज

अखिल भारतीय संत समिति ने डीजीपी को प्रेषित किया ज्ञापन

राजा मौर्या (न्यूज नेशनलस)

ऋषिकेश। संतों का भेष धारण कर अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के सत्यापन की मांग तीर्थ नगरी में प्रखर रूप से उठने लगी है। इस संदर्भ में अखिल भारतीय संत समिति ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक को एक ज्ञापन प्रेषित किया है।

सोमवार को अखिल भारतीय संत समिति ने महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज की नेतृत्व में तीर्थ नगरी मैं साधु संतों के वेश में घूम रहे लोगों का सत्यापन कराने के संबंध में थाना मुनि की रेती लक्ष्मण झूला में जाकर पुलिस महानिदेशक के लिए ज्ञापन प्रेषित किया।

ज्ञापन देने वालों में गोपालाचार्य महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ,स्वामी केशव स्वरूप ,ब्रह्मचारी स्वामी चेतन स्वरूप महाराज ,स्वामी आलोक हरि महाराज ,स्वामी प्रमोद दास महाराज, स्वामी नारायण दास ,साध्वी स्वतंत्रता चैतन्य, स्वामी राम पदम दास , तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज आदि संत उपस्थित थे।

प्रेषित ज्ञापन में अवगत कराया गया कि देवभूमि के स्वर्गाश्रम, मुनि की रेती, तपोवन, ऋषिकेश आदि जगहों पर कुछ बाहरी लोग साधु संत के वेष में घूमकर तीर्थनगरी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। इन लोगों के द्वारा पर्यटकों और सैलानियों को स्मैक,चरस आदि की सप्लाई भी की जा रही है।

हाल ही में थाना मुनि की रेती क्षेत्र में हरियाणा निवासी एक फक्कड़ बाबा ने एक युवक को स्मैक और कुछ पैसे के लिए मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना से तीर्थनगरी का संत समाज आहत है। इससे संत समाज की छवि भी धूमिल हो रही है।

ज्ञापन में बताया गया कि तीर्थनगरी में लाखों की तादाद में देश, विदेश के पर्यटक और सैलानी आते हैं। अप्रैल महीने से चारधाम यात्रा होनी है। इसके अलावा तीर्थनगरी में जी- 20 के कार्यक्रम भी होने हैं। जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति दोबारा न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन को तीर्थनगरी में सत्यापन अभियान चलाकर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है। ज्ञापन में कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी भी संत समाज ने दी है।

 

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